कोरोना से शून्य मृत्युदर के लिए गंभीर प्रयास हों -केडीएमसी आयुक्त
कल्याण (अरविंद मिश्रा)। कोरोना से मरने वालों की संख्या में कमी लाने के लिए कल्याण-डोंबिवली मनपा (केडीएमसी) आयुक्त डॉ. विजय सूर्यवंशी लगातार प्रयासरत है और इसी कड़ी में उन्होंने कल्याण के डॉक्टरों के साथ एक बैठक की तथा कोरोना के दूसरी लहर, संभावित टीकाकरण के बारे में तथा मनपा द्वारा कोविड-19 राहत और बचाव कार्यो के लिए की जा रही कोशिशों के बारे में बातचीत की। इस अवसर पर आईएमए कल्याण तथा डोंबिवली, निमा, कैम्पा आदि असोसिएशन के डॉक्टर मौजूद रहे।
केडीएमसी सूत्रों के अनुसार मनपा आयुक्त ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन बिगन के अंतर्गत हर जगहों पर भीड़भाड़ बढ़ गयी है जिससे कोरोना एक बार फिर तेजी से बढऩे की आशंका बढऩे लगी है। हालांकि मनपा द्वारा प्रतिदिन 1700 से 2000 तक एंटीजन टेस्ट, आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर भी जांच की जा रही है लेकिन बावजूद इसके लोगों को सतर्क रहने की काफी जरूरत है। उन्होंने डॉक्टरों से बातचीत में कहा कि छोटे दुकानदार, सब्जीवाले, बांधकाम कामगार, होटल कामगार आदि तबके के लोगों को यदि बुखार आता है तो उन्हें कोविड टेस्ट करने को कहें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर नॉन कोविड अस्पताल में कोविड के मरीजों का इलाज किया जाता है तो ऐसे अस्पताल व डॉक्टर पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
केडीएमसी आयुक्त ने कहा कि कोविड का संकट अभी टला नही है, दूसरी लहर में कोविड नही आएगा ऐसी अपेक्षा है, फेमिली डॉक्टर कोविड फाइटर के द्वारा डॉक्टरों से काफी सहायता मिली इससे आगे भी आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। कोरोना प्रभावितों की जान बचाकर शून्य मृत्यु दर के लिए सभी एक साथ प्रयास करने का आह्वाहन मनपा आयुक्त ने किया। उक्त बैठक में आईएमए कल्याण के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत पाटिल, मनपा की डॉ. प्रतिभा पानपाटिल, डॉ. सुहासिनी बड़ेकर, डॉ. पुरुषोत्तम टिके, डॉ. निम्बालकर, डॉ. सरवणकर, निमा की अध्यक्षा डॉ. गायत्री कुलाली, कैम्पसवा के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र मिश्रा, धारपा अध्यक्षा डॉ. भावना ठक्कर, आईएमए डोंबिवली अध्यक्ष डॉ. सुनित उपासनी, जयेश राठौड़, डॉ. अनिल पाटिल व अन्य डॉक्टर उपस्थित रहे।
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