पुलिस जांच में बिजली विभाग का फर्जीवाडा उजागर
विभाग ने कबूल की गलती
कल्याण (अरविंद मिश्रा)। महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी के कल्याण पश्चिम उप विभाग 3 में नकली दस्तावेज के आधार पर बिजली बिल हस्तांतरण का मामला उजागर हुआ है। शिकायतकर्ता परेश भूपतराय जसाणी ने 9 जुलाई 2018 को विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर अगाह किया था कि आजादी के पहले 1945 से यह प्रॉपर्टी मेरे पिता के नाम से है, इसलिए मेरी अनुमति के बिना बिजली बिल या कोई अन्य दस्तावेज हस्तांतरण न किया जाये।
सूत्रों के अनुसार परेश जसाणी द्वारा अगाह करने के बाद भी उप विभाग 3 के अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता प्रसाद लक्ष्मण कोहले और उनके अधीनस्थ विभागीय अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर अशोक भोगीलाल जसाणी के नाम बिजली बिल ट्रांसफर कर दिया। शिकायत के बाद जब महात्मा फुले पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक एस.बी.पत्रे ने जांच-पड़ताल की तो सारे दस्तावेज नकली पाए गए और बिजली विभाग का फर्जीवाडा उजागर हुआ। आश्चर्य की बात यह है कि बिजली विभाग ने लिखित रूप से अपनी गलती कबूल करते हुए फौरन बिल असली मालिक भूपतराय जसाणी के नाम फिर से जारी कर दिया है। भूपतराय जसाणी के पुत्र परेश जसाणी ने कहा कि फर्जी दस्तावेज बनाकर विभाग को गुमराह करने वाले अशोक जसाणी और मुकेश तन्ना पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाए। बताया जाता है कि इसके पहले भी धोखाधड़ी के मामले में अशोक जसाणी, नरेंद्र जसाणी और मुकेश तन्ना सहित कई लोगों पर मामला दर्ज हो चुका है जिसकी जांच-पड़ताल चल रही है।
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