उल्हासनगर में जल्दी माला माल होने के चक्कर में कंगाल हो रहे है इन्वेस्टर
उल्हासनगर. उल्हासनगर में रियल इस्टेट का बिजनेस नुकसान में चल रहा है. शहर में ऐसे कई प्रोजेक्ट बने जिसमें लोगों को लालच देकर इन्वेस्ट करवाया गया और लोगों ने जो पैसे लगाए उसका ब्याज के रूप में लोगों को डेढ़ ढाई प्रतिशत का लालच दिया गया. जब प्रोजेक्ट शुरू हुआ तब शुरुआती दौर में प्रोजेक्ट के मालिकों ने इन्वेस्टरों को कुछ महीनों तक ब्याज की रकम दी और बाद में अपने हाथ ऊपर कर लिए. इसके बाद उल्हासनगर के कई नामचीन बिल्डर इन दिनों शहर छोड़कर बाहर चले गए हैं. दरअसल बिल्डरों को भी पता है कि उल्हासनगर के लोग ज्यादा दवाब डालने वाले लोग नहीं हैं वे लालच में आने वाले लोग हैं. लोगों को ऐसे बिल्डर प्रोजेक्ट में मुनाफा होने का ऐसा लालच दिखाते हैं कि लोग भी उनके झांसे में आकर सालों की जमा पूंजी प्रोजेक्ट में लगा देते हैं और इसके बाद बिल्डर भी सारा पैसा लेकर उन इन्वेस्टरों को चक्कर लगवाते हैं. उल्हासनगर ऐसे एक नहीं अनेकों प्रोजेक्ट है जिसमें इन्वेस्टरों का करोड़ों रुपया लगा हुआ है. चूँकि ये पैसा कालाधन होता है जिसके चलते कोई इसकी शिकायत नहीं करता है. परिणामस्वरूप लोगों को ना तो फ्लैट या दूकान मिल पा रहा है और ना ही अपने पैसों का ब्याज। अगर इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो तो मामलों का खुलासा हो सकता है. इसलिए लोगों को किसी प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट करने से पहले पूरी तहकीकात करना आवश्यक है अन्यथा इसी प्रकार लोग अपनी जमा पूंजी लालची बिल्डरों को देकर गंवाते रहेंगे.
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें