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पिछले 10 वर्षो से सेवानिवृत्त होने वाले मनपा कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है समूह वीमा का पैसा

 

पिछले 10 वर्षो से सेवानिवृत्त होने वाले मनपा कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है समूह वीमा का पैसा 

 भिवंडी :  भिवंडी मनपा से पिछले 10 वर्षों में 300 से अधिक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं| लेकिन मनपा स्थापना विभाग की लापरवाही के कारण सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को अभी तक समूह वीमा योजना का पैसा नहीं मिल सका है| जबकि सेवानिवृत्त होने 300 से अधिक कर्मचारियों में से 100 से अधिक कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है| जिसके लिए सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के रिश्तेदारों ने मनपा स्थापना विभाग एवं ठाणे एलआईसी के अधिकारियों को जवाबदार बताते हुए उनके विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया है| इसके बारे में मनपा द्वारा बताया गया कि मनपा कर्मचारियों के वेतन से समूह वीमा योजना के तहत पैसा काटा गया था| लेकिन स्थापना विभाग के लिपिक द्वारा उनका पैसा जमा नहीं किया गया था| स्थापना विभाग द्वारा बताया गया कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की फ़ाइल जांच करके आगे बढ़ाई जा रही है| 

  सूत्रों के अनुसार सन 2008 से नवंबर 2020 के बीच में मनपा से 300 से अधिक कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं| जिसमें से 100 से अधिक कर्मचारीयों की मृत्यु हो चुकी है| लेकिन उन्हें समूह वीमा योजना का पैसा नहीं मिल पाया है| मृतक कर्मचारियों के लिए 20 से 30 हजार रुपए एवं जीवित कर्मचारियों के लिए छह से सात हजार रुपए एलआईसी कंपनी को दिया जाता है| जिसे कर्मचारियों के वेतन से काटकर एलआईसी कंपनी को दिया जाता है| सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने सवाल किया है कि एलआईसी कंपनी अब उनका पैसा देने से क्यों इंकार कर रही है| सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने कहा है कि एलआईसी समूह वीमा विभाग की अधिकारी खेडेकर से समूह वीमा का काम लेकर भिवंडी मनपा के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को न्याय दिलाने के लिए किसी दूसरे अधिकारी को काम दिया जाना चाहिए| सेवानिवृत्त कर्मचारियों एवं मृतक कर्मचारियों के रिश्तेदारों ने लापरवाही बरतने वाले मनपा स्थापना विभाग के कर्मचारी एवं एलआईसी के जवाबदार अधिकारी के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करने की मांग किया है|     

   मनपा स्थापना विभाग के समूह वीमा का काम देखने वाले कर्मचारी राजाराम पुजारी ने बताया कि उनका मानसिक संतुलन ठीक न होने के कारण वह इस विभाग में काम नहीं कर सकते हैं| उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने उपायुक्त मुख्यालय दीपक सावंत से दूसरे विभाग में बदली करने के लिए कई बार अनुरोध किया है| लेकिन उपायुक्त दीपक सावंत ने कर्मचारी राजाराम पुजारी की बदली करने के बजाय समूह वीमा प्रकरण में उन्हें ठाणे एलआईसी की अधिकारी सुलभा खेडेकर के पास भेज दिया| उक्त जानकारी राजाराम पुजारी ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दिया है| सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने बताया कि वे लोग बार-बार एलआईसी अधिकारी सुलभा खेडेकर के पास जाते हैं| सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने एलआईसी अधिकारी खेडेकर पर आरोप लगाया है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों से पिछले 10-12 सालों से वह झूठ बोल रहीं हैं| इसके संबंध में जानकारी लेने के लिए उपायुक्त मुख्यालय डॉ. दीपक सावंत से संपर्क किया गया| लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया| लेकिन मनपा के एक अधिकारी ने बताया कि स्थापना विभाग के लिपिक की लापरवाही के कारण समूह वीमा योजना का पैसा भेजा नहीं गया| जबकि इसके लिए स्थापना विभाग प्रमुख को ध्यान देना चाहिए था| स्थापना विभाग प्रमुख के ध्यान न देने के कारण सेवानिवृत्त कर्मचारियों को समूह वीमा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है|     


सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों की फाइलों का काम चल रहा है| कई कर्मचारियों की फ़ाइल भुगतान के लिए भेज भी दी गई है| - नितिन पाटील - सहायक आयुक्त प्रशासन एवं प्रमुख स्थापना विभाग 

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