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एक वर्ष में भी मनपा नहीं शुरू कर पाई अवारा कुत्तो की नसबंदी

 


एक वर्ष में भी मनपा नहीं शुरू कर पाई अवारा कुत्तो की नसबंदी

आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या के कारण शहर के प्रमुख मार्गों और मुहल्लों में चलना हुआ मुहाल

भिवंडी : भिवंडी में अवारा कुत्तों की नसबंदी न होने के कारण शहर में कुत्तो की संख्या बढ़ती जा रही है| शहर में बढ़ती अवारा कुत्तों की संख्या राहगीरों, नागरिकों एवं ख़ास तौर से छोटे बच्चों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है| शहर के मुख्य मार्गों के साथ मुहल्लों में अवारा कुत्तों के बढ़ते झुंड और इनकी संख्या पर काबू पाने में मनपा प्रशासन पूरी तरह असफल साबित हो रहा है| जिसके कारण शहर के कई इलाकों में रात के समय राहगीरों का गुजरना मुश्किल हो गया है| सुनसान सड़कों पर बड़ी संख्या में अवारा कुत्तों के झुंड द्वारा राहगीरों पर हमला करने की घटनाएं हो रही है| कुत्तों की नसबंदी के लिए मनपा द्वारा लाखों रुपए खर्च करने के एक वर्ष बाद भी मनपा प्रशासन अवारा कुत्तों की नसबंदी अभी तक नहीं शुरू कर पाया है| मनपा अधिकारी हर विफलता के पीछे कोविड का कारण बता रहे हैं|  

     बतादें कि शहर में आवारा कुत्तों की नसबंदी का ठेका लगभग एक साल पहले एक एनिमल एनजीओ को दिया गया था| लेकिन अभी तक कुत्तों की नसबंदी का काम शुरू नहीं हो पाया है| सात महीने की अवधि के पहले चरण में 2521 कुत्तों की नसबंदी का ठेका 30 लाख रुपए में मनपा द्वारा दिया गया था| स्थानीय नागरिकों का आरोप लगाते हुए कहा है कि मनपा अधिकारियों की अक्षमता एवं जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण कुत्तों के नसबंदी का काम शुरू नहीं किया जा सका है| जिसके कारण शहर के नागरिकों में मनपा की इस लापरवाही के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है| 

     मालूम हो कि पिछले साल 29 दिसंबर को शहर के अंसारनगर स्थित बंदानवाज मस्जिद के पास मैदान में खेल रहे पांच मासूम बच्चों को अवारा कुत्तों के झुंड ने काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था| उस समय उनके इलाज के लिए लाखों रुपये खर्च किया गया था| जिसके बाद मनपा प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए अवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए तुरंत एक निविदा निकाला था| जिसके बाद एक एनजीओ को अवारा कुत्तों की नसबंदी का ठेका दिया गया था|  मनपा सूत्र बताते हैं कि लाखों रुपये खर्च करके कोंबड़पाड़ा में ऑपरेशन थियेटर सहित सभी व्यवस्थाएं की गई थी| लेकिन लाखों रुपए खर्च करने के बाद एक साल बाद भी कुत्तों की नसबंदी शुरू नहीं की जा सकी| बताया जाता है कोंबड़पाड़ा के नागरिकों एवं स्थानीय नगरसेवक के विरोध के कारण अवारा कुत्तों की नसबंदी का काम शुरू नहीं किया जा सका है|  

     मनपा के अनुसार जनवरी 2020 में शहर में कुल 8,519 आवारा कुत्तों की नसबंदी को लेकर निकाले गए निविदा के पहले चरण में यूनिवर्सल एनिमल वेलफेयर सोसाइटी हिंगोली बीड़ की एक गैर सरकारी संस्था को नसबंदी के लिए अनुबंध किया गया था| जिसके लिए मनपा द्वारा 30 लाख रुपए दिया जाने वाला था| जिसकी अवधि सात महीने थी| मनपा द्वारा एनजीओ को प्रति कुत्तों की नसबंदी के लिए 1190 रुपए का भुगतान किया जाने वाला था| एनजीओ का परफार्मेंस बेहतर होने पर उसे दूसरे चरण का काम सौंपने पर भी सहमति जताई गई थी| लेकिन अभी पहला चरण ही नहीं शुरू हुआ है| अवारा कुत्तों की नसबंदी के संबंध में उपायुक्त मुख्यालय डॉ. दीपक सावंत ने बताया कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है| पूरा विवरण लेकर जानकारी देंगे| स्वास्थ्य विभाग के उपायुक्त मारुति गायकवाड़ से संपर्क किया गया| लेकिन उन्होंने कॉल और मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया| 

अवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए वर्कआर्डर दिया गया है| प्रोसेस शुरू है| लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण एनजीओ काम नहीं शुरू कर सका| - अशोक संखे - स्वास्थ्य अधिकारी, मनपा  


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