अंबरनाथ(संजय राजगुरु) । मध्य रेलवे के अंबरनाथ और बदलापुर रेलवे स्टेशनों के बीच नए चिखलोली रेलवे स्टेशन के लिए सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। चिखलोली रेलवे स्टेशन बनाये जाने की लगातार मांग हो रही थी क्योंकि इन दोनों रेलवे स्टेशनों के बीच लगभग 8 किमी की दूरी है. अब जिन ग्रामीणों की जमीन सरकार ले रही है उन ग्रामीणों ने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है. इस संदर्भ में स्थानीय ग्रामीणों ने सांसद डॉ.श्रीकांत शिंदे से मुलाकात की और अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत करवाया। बता दें कि जब भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा था, तब स्थानीय ग्रामीणों ने अधिग्रहण प्रक्रिया में बाधा डाली और अपनी मांग का निवेदन रेलवे प्रशासन को सौंपा था। ग्रामीणों ने उचित मुआवजा के साथ जिन किसानों की जमीन ली जा रही है उन्हें नौकरियों देने का आश्वासन देने की भी मांग की थी। ग्रामीणों की इस मांग से भूमि अधिग्रहण के काम में बाधा आने की संभावना थी। आख़िरकार ग्रामीणों ने सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे से इस मामले में मध्यस्थता करने का अनुरोध किया है। ग्रामीणों ने शिंदे से उनकी मांगों पर चर्चा की। शिंदे ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि उनके साथ कोई अन्याय नहीं होगा और उन्हें उनका उचित मुआवजा मिलेगा। आपको बता दें कि शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के प्रयासों से ही रेलवे ने चिखलौली रेलवे स्टेशन बनाने की अपनी मंजूरी दी है. लेकिन अब ग्रामीणों द्वारा विरोध करने और सांसद द्वारा उन्हें उनका उचित हक्क दिलवाने के बीच रेलवे स्टेशन के लिए रेलवे प्रशासन भूमि के अधिग्रहण के लिए इंतजार कर रहा है और राज्य सरकार किसानों से जल्द से जल्द जमीन हासिल करने की कोशिश कर रही है, लेकिन चिखलोली स्टेशन का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि ग्रामीणों द्वारा जमीन अधिग्रहण के लिए की जारी मांगों पर सरकार और रेलवे क्या निर्णय लेती है.
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