भिवंडी (नि.स.)। एनडीआरएफ,टीडीआरएफ,मनपा अग्निशमन दल एवं आपदा व्यवस्थापन की टीम ने भिवंडी के पटेल कंपाउंड में सोमवार को हुई इमारत दुर्घटना में मलवे के नीचे दबे 63 लोगों को बाहर निकाला है, जिसमें मलवे में दबने के कारण 38 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें 16 बच्चे शामिल हैं. बचाव एवं राहत कार्य में लगी टीम ने मलवे में दबे 25 लोगों को निकालकर बचा लिया है. उसमें से मामूली रूप से घायल 22 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया है। गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस ने जिलानी बिल्डिंग के पासपास मेगाफोन से ऐलान करते हुए कहा कि यदि किसी परिवार का कोई सदस्य एवं रिश्तेदार आदि न मिला हो तो उसकी जानकारी पुलिस को दें, अन्यथा राहत एवं बचाव कार्य बंद कर दिया जाएगा. पुलिस ने ऐलान करने के बाद सायं लगभग साढ़े छह बजे के आसपास तलाश कार्य बंद कर दिया था, लेकिन उसी समय दो वर्ष के एक बच्चे के न मिलने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने दुबारा फिर राहत कार्य शुरू किया. पुलिस ने मलवे से 38 लाश निकाले जाने की पुष्टि की है। भिवंडी के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजकुमार शिन्दे ने पत्रकारों को बताया कि मलबे में दबी लगभग 99 प्रतिशत लोगों की लाशों को निकाल लिया गया है. एहतियातन अभी भी बचाव एवं राहत कार्य जारी है।
बुधवार को एनडीआरएफ एवं टीडीआरएफ टीम द्वारा जेसीबी एवं पोकलैन लगाकर मलवा हटाया जा रहा था. रात से ही बारिश होने के कारण बचाव एवं राहत कार्य में लगे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मुंब्रा के लकी कंपाउंड में हुई इमारत हादसा में 74 लोगों के मारे जाने के बाद भिवंडी के पटेल कंपाउंड की यह दूसरी सबसे बड़ी इमारत दुर्घटना बताई जा रही है. तीन दिनों से मलवे में दबे होने के कारण लाश से बदबू आना शुरू कर दिया गया, जिसके कारण मलवे से निकली लाश को सीधे वि_लनगर स्थित कब्रिस्तान में दफनाने के लिए ले जाया जा रहा है।
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