कल्याण डोंबिवली में मिले कोरोना के 366 संक्रमित मरीज, 9 लोगों की मौत
कल्याण (अरविंद मिश्रा)। कल्याण डोंबिवली मनपा (केडीएमसी) क्षेत्र में गुरुवार को 366 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं. बुधवार को मिले इन नये मरीजों की संख्या मंगलवार के कोरोना आंकड़ों से भले ही ज्यादा है, परन्तु बुधवार को मिले 421 पॉजिटिव मरीजों की तुलना में यह 55 मरीज कम है हालांकि बुधवार के मुकाबले गुरूवार को मृतकों की संख्या 8 के मुकाबले 9 रही। बहरहाल मनपा प्रशासन लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी लाने के प्रयास कर रहा है और फौरी तौर पर देखा जाये तो मनपा प्रशासन को इसमें सफलता भी मिलती दिख रही है. हालांकि लापरवाह लोगों के कारण प्रशासन को कुछ धिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।केडीएमसी क्षेत्र में गुरूवार को जहां 366 नये कोरोना पॉजिटिव मरिज सामने आये तो वहीं 9 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इस बीच लोगों के लिए एक और सुखद खबर यह रही कि टाटा आमंत्रा, आर.आर.हॉस्पिटल, सांवलाराम क्रीड़ा संकुल समेत अन्य अस्पतालों से 508 मरीज कोरोना को हराकर स्वस्थ हो चुके हैं जिन्हें डिसचार्ज कर घर भेज दिया गया. यानी मनपा क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मरीजों में गिरावट के साथ ही स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। बताते चलें कि अब तक केडीएमसी क्षेत्र में कुल 17389 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जिनमें 5743 लोगों का उपचार चल रहा है, जबकि 11365 लोग ठीक होकर अपने घरों की ओर लौट चुके हैं. हालांकि कोरोना महामारी ने मनपा क्षेत्र में 281 लोगों की जान ले ली। क्षेत्र के अनुसार कल्याण पूर्व से गुरूवार को 70 कोरोना मरीज मिले, तो वहीं कल्याण पश्चिम से 98, डोंबिवली पूर्व से 126, डोंबिवली पश्चिम से 54, मांडा टिटवाला से 5, मोहने से 12 तथा पिसवली से 1 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आया है।
सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने वाले के खिलाफ मामला दर्ज
कल्याण (नि.सं.)। ट्राफिक नियमों का उल्लंघन कर सरकारी संपत्ति का नुकसान कर भाग रहे वाहन चालके के खिलाफ यातायात पुलिस ने मानपाड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।मिली जानकारी के अनुसार डोंबिवली कटाई, लोढ़ा जंक्शन, शील फाटा स्थित पुराने पुल से हैवी वाहनो का आवागमन पूर्ण रूप से बंद है, इस पुल से कोई हैवी वाहनों की आवाजाही ना हो इसके लिए मनपा प्रशासन ने वहां लोहे का कमान (खंभा) लगा रखा था, जिसे कल शाम सवा छह बजे के दरम्यान दिनेश यादव (35) नामक युवक ने तोड़ सरकार सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाया। पुलिस के अनुसार आरोपी दिनेश यादव अपना पिकअप टेंपो लेकर उधर से जा रहा था, मौके पर खड़ी यातायात पुलिस ने उसे नए ब्रिज से जाने का इशारा किया लेकिन उसने पुलिस के इशारे को अनदेखा करते हुए टेम्पो को पुराने पुल से ही ले जाने की कोशिश करने लगा जिसके चलते पुल पर लगे लोहे का कमान टेंपो से टकराया और वह टूट गया। पुलिस हवलदार सुनील मगरे ने यादव को पकड़ा. उस समय आरोपी चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था. फिलहाल मानपाड़ा पुलिस ने चालक यादव के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
कल्याण-डोंबिवली मनपा का शानदार निर्णय
निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज की दरें तय
कल्याण (नि.सं.)। देश-दुनिया के लिए कोरोना महामारी जानलेवा साबित हो रही है, तो वही भारत देश में कोरोना महामारी कुछ स्वार्थी तत्वों इस महामारी को अपनी कमाई का जरिया बनाना शुरू कर दिया है। उल्हासनगर, कल्याण, डोंबिवली और आसपास के शहरों-कस्बों में कई निजी अस्पतालों, डॉक्टरों के खिलाफ लोगों में इस बात की शिकायत है कि कोरोना इलाज के नाम पर उन्हें लूटा जा रहा है. इन्हीं शिकायतों पर कल्याण-डोंबिवली मनपा (केडीएमसी) प्रशासन ने गंभीर रूख अपनाते हुए कोरोना इलाज की दरें तय कर दी है. यानी अब निजी अस्पतालों को मनपा द्वारा तय के तहत ही कोरोना मरीजों का इलाज करना होगा।मिली जानकारी के अनुसार कल्याण डोंबिवली मनपा क्षेत्र में कोरोना की रोकथाम और कोरोना मरीजों के उपचार के लिए मनपा आयुक्त विजय सूर्यवंशी द्वारा किए जा रही उपाय योजना के अगले चरण में मनपा द्वारा कुल 24 निजी अस्पतालों का अधिग्रहण कर वहां कोरोना उपचार व्यवस्था की जा रही है। पिछले काफी दिनों से सोसल मीडिया, मीडिया व समाजसेवियों द्वारा यह शिकायत सामने आ रही थीं कि निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से जरूरत से ज्यादा पैसा वसूला जा रहा है जिससे जनता त्रस्त थी, इन शिकायतों को ध्यान में रख कर मनपा आयुक्त ने कोरोना मरीजों के उपचार की कीमत तय कर दी है साथ ही मनपा आयुक्त ने अस्पतालों को कोरोना मरीजों के लिए बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश भी दिये हैं, जिससे लोग काफी राहत महसूस करने लगे है।
मिली जानकारी के अनुसार केडीएमसी द्वारा सभी 24 निजी अस्पतालों में मनपा कर्मचारियों की नियुक्ति की है जो यह निगरानी रखेंगे की कोरोना मरीजों से उचित दर पर भी इलाज का खर्चा लिया जाये और यदि मरीजों को कुछ समस्या हुई तो अस्पतालों में तैनात मनपा कर्मचारी तुरंत ही उसका समाधान करेंगे। बताते चलें कि मनपा ने कोरोना इलाज की दरें पूर्व में ही तय कर दी थी, परन्तु कुछ अस्पतालों द्वारा इसे मानने में आनाकानी किये जाने की शिकायतें मिलने के बाद उन निजी अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया तथा एक अस्पताल द्वारा मरीज से कोरोना इलाज के नाम पर 4 लाख 81 हजार का बिल वसूल करने पर अस्पताल से 3 लाख 36 हजार 900 रुपए की वसूली कर उसे वापस मरीज को लौटा दिया गया। ऐसे में अब इस बात को लेकर कोई दो राय नहीं कि मनपा के इस कदम से मरीजों को राहत मिलेगी तथा निजी अस्पतालों की कोरोना इलाज के नाम पर मची खुलेआम लूट पर नकेल कसेगी।
कोरोना मृतक का शव लेकर दर-दर भटके परिजन
श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार में भी परेशानी!
कल्याण (अरविंद मिश्रा)। कहते हैं समस्या आती है तो चारो ओर से आती है, एसा ही कुछ घटित हुआ कल्याण के एक परिवार के साथ, जब उनका एक रिश्तेदार कोरोना के खिलाफ जंग हार गया और अपने अजिज की मौत के बाद भी परिवारजनों को उसका शव लेकर दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ा। बताते चलें कि कल्याण-डोंबिवली शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के साथ ही मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है, लेकिन कोरोना काल में केडीएमसी की लापरवाही के चलते कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों का अंतिम संस्कार भी मुश्किल हो गया है। शमशान घाट में मृतदेह को जलाने वाली गैस मशीन में खराबी एवं अनेकों समस्याओं के चलते मृतकों के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए भी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है।बतादें कि बुधवार की रात कल्याण पूर्व के विठ्ठलवाडी शमशान घाट में एक कोविड पॉजिटिव मृतक का शव अंतिम संस्कार के लिए लाया गया, लेकिन शव को जलाने वाली गैस मशीन बंद पड़ी थी और लकडि़यों पर अंतिम संस्कार करने से शमशान घाट के कर्मचारियों ने मना कर दिया, जिसके चलते मृतक के परिजनों को अग्नि संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा और काफी इंतजार के बाद परिजन शव को डोंबिवली के शमशान घाट ले गए. स्थानिय आरपीआई नेता भरत सोनवणे ने कहा कि मनपा के पास उचित योजना का अभाव होने के कारण मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है।
उक्त संदर्भ में कल्याण डोंबिवली मनपा (केडीएमसी) के डिप्टी चीफ इंजीनियर शशिम केदार ने बताया कि कल्याण डोंबिवली में कुल पांच विद्युत शव वाहिनी है, जिसका ठेका चिरंतन उद्योग लिमिटेड, ठाणे को दिया गया है, जिसमे से अधिकतर विद्युत शव वाहिनी बहुत पुरानी है और जब कोविड मृतक का अंतिम संस्कार किया जाता है तो उसे प्लास्टिक सहित जलाया जाता है इससे प्लास्टिक कन्वेयर में फस जाता है जिसके चलते मशीन बार-बार खराब हो जाती है और उसकी रिपेयरिंग करनी पड़ती है।
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