किसान से जानकारी ली और किसान के खाने डिब्बे से लिया चटनी-भाकरी का आनंद
भिवंडी : राज्य के कृषि मंत्री दादाजी बिना किसी प्रोटोकॉल के गुरूवार को अचानक शाहपुर तालुका के कसारा विभाग के एक आदिवासी किसान के खेत में पहुंच गये| उन्होंने किसान से खेती संबंधी परेशानियों के बारे में जानकारी लिया| खेती के लिये खाद,बीज एवं दवा आदि की सुविधा सरकार द्वारा मिल रही है कि नहीं इसकी भी जानकारी लिया| मंत्रीजी ने किसान से उसके खाने का डिब्बा लेकर चटनी और भाकरी भी खाई| उनके के साथ पुलिस एवं अधिकारियों का फ़ौजफाटा न होने के कारण किसान तब तक नहीं समझ पाया था कि जिस मंत्री से मिलने के लिये लोग पीछे-पीछे दौड़ते हैं| वह मंत्री उनके खेत में बिना किसी बुलावे एवं बिना किसी शिष्टाचार के पहुंच गया है|
मालूम हो कि राज्य के कृषि मंत्री दादाजी भुसे गुरूवार को शाहपुर तालुका के कसारा-माल विभाग स्थित लतीफवाड़ी के किसान सुनील मांगे के खेत में अचानक पहुंच गये थे| उनके पास पुलिस एवं अधिकारियों का फौजफाटा न होने के कारण किसान सुनील मांगे को यह नहीं पता चल पाया था कि उनके खेत में कृषि मंत्री स्वंय पहुंच गये हैं| किसान सुनील मांगे ने बताया कि मंत्री ने उनसे पूछा कि उन्हें खाद,बीज एवं दवा आदि मिल रही है कि नहीं| खेती करने में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है| कृषि मंत्री ने खेत के मेड़ पर ही खड़े होकर किसान सुनील मांगे के खाने के डिब्बे से चटनी एवं भाकरी खाया|
कृषि मंत्री द्वारा आदिवासी किसान के खेत में जानकारी लेने की सूचना स्थानीय शिवसेना नेताओं को हुई कि कोई व्यक्ति सफेद पैंट-शर्ट,सफेद दाढ़ी एवं मुंह पर मास्क लगाकर आया है| जो खेती के बारे में जानकारी ले रहा है| इतनी जानकारी मिलते ही ठाणे जिला शिवसेना प्रमुख प्रकाश पाटील, जिला परिषद की नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुषमा लोने, पूर्व विधायक पांडुरंग सहित अन्य शिवसैनिक खेत में पहुंच गये| कृषि मंत्री दादाजी भुसे वहां मौजूद आदिवासी किसानों एवं शिसवेना नेताओं से बातचीत करने के बाद नासिक की तरफ रवाना हो गये| आदिवासी किसान सुनील मांगे को जब यह पता चला कि उसके खेत में आकर उसके डिब्बे से चटनी एवं भाकरी का आनंद लेने वाले राज्य के कृषि मंत्री दादाजी भुसे थे तो वह गदगद हो गया|
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