- कोरोना इलाज की उचित व्यवस्था मौजूद है, डरने की जरूरत नहीं.
- आज 6 मरीज स्वस्थ होकर लौटे घर
उल्हासनगर (ललित लालवानी)। शुक्रवार देर रात को उल्हासनगर में अचानक 15 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर शहर में दहशत का माहौल बन गया. सोशल मीडिया में जैसे ही खबर आयी वैसे ही जंगल की आग की तरह पूरे शहर में फैल गयी. लोग अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित होते दिखे. शहर में कोरोना को लेकर फैली दहशत पर उल्हासनगर में कोरोना मरीजों के इलाज करने वाली डॉक्टरों की टीम के हेड डॉ. प्रकाश कोरानी शहरवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उन्हें किसी भी तरह की दहशत में आने की आवश्यकता नहीं है. शहरवासी केवल ईमानदारी से लोकडाउन का पालन करें तो इस महामारी को और अधिक फैलने से रोका जा सकता है और रही बात नये 15 मरीजों के मिलने की तो सभी का इलाज कैंप-4 स्थित कोविड-19 अस्पताल में काफी अच्छी तरह से हो रहा है, इसलिए लोगों को किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं।
डॉ. प्रकाश कोरानी ने बताया कि सोशल मीडिया में यह अफवाहें फैलायी जा रही है कि लोगों का आधा-अधूरा इलाज कर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है, जबकि यह बात बिल्कुल गलत है, क्योंकि जिन मरीजों का इलाज हो रहा है और जो ठीक होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं उनकी पूरी जानकारी प्रशासन और सरकार के पास होती है, ऐसे में कोरोना मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही का सवाल ही नहीं उठता। डॉ. कोरानी ने शहरवासियों को कोराना से डरने की जगह उससे सावधान रहने की अपील करते हुए उनसे आवाहन किया है कि लोकडाउन का गंभीरता और पूरी ईमानदारी से पालन करें तो इस महामारी को आसानी से हराया जा सकता है, बस कुछ दिन की बात है, अपने घर में अपने परिजनों के साथ खुश रहें, आराम से रहें यह खराब समय भी जल्द बित जायेगा. बस शहरवासी प्रशासन को इसी तरह सहयोग करते रहें।
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