उल्हासनगर। सोमवार को उल्हासनगर में कोरोना के ४ नए मरीज मिलने से संक्रमितों का आंकड़ा १४ पर पहुंच गया है. मिली जानकारी के अनुसार उल्हासनगर ४, मराठा सेक्शन के जीजामाता उद्यान परिसर निवासी युवक जो मुंबई के धारावी इलाके में स्थित एक मेडिकल एजेंसी में काम करता था हाल ही में उस युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी. उसके जिन घरवालों को क्वारनटाईन रखा गया था उन चार लोगों की सोमवार को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. बताया गया है कि कोरोना संक्रमित युवक के माता-पिता तथा भाई सहित बीमार पिता का मसाज करने वाला व्यक्ति भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इन चारों नए मरीजों को उपचार हेतु उल्हासनगर ४ के ही कोविड अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इस प्रकार उल्हासनगर में कोरोना से संक्रमितों की संख्या अब १४ हो गई है.
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उल्हासनगर के दवा विक्रेता को हुआ कोरोना
अस्पतालों ने एडमिट करने में की आनाकानी
सभी दवा दुकानें शाम 5 बजे तक ही खुला रखने का निर्णय
उल्हासनगर, उल्हासनगर के एक दवा विक्रेता का कोरोना पॉजिटिव आने से शहर के दवा विक्रेताओं के बीच भय का माहौल है. इस घटना के सामने आने के बाद उल्हासनगर दवा विक्रेताओं ने शहर के सभी मेडिकल दुकान शाम 5 बजे तक ही खुले रखने का निर्णय लिया है. मिली जानकारी के अनुसार कल्याण के योगीधाम परिसर में रहने वाला एक ३२ वर्षीय युवक का उल्हासनगर ४ स्थित संभाजी चौक परिसर में दवा की दुकान है. बताया गया है कि तीन दिन पूर्व उसे बुखार की शिकायत के चलते कल्याण के फोर्टिस अस्पताल में उसका उपचार चल रहा था। जहां जांच के पश्चात उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. जिसके बाद फोर्टिस अस्पताल ने उसे तत्काल दूसरे अस्पताल में जाने के लिए कहा. लेकिन दूसरा कोई भी अस्पताल उसे अपने यहाँ एडमिट करने को तैयार नहीं हुआ. उक्त दवा विक्रेता ने एक वीडियो बनाकर उसे तत्काल सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. साथ ही उसने ट्वीटर द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय से मदद मांगी। आख़िरकार उसका इलाज रविवार देर रात डोंबिवली के नियान अस्पताल में शुरू हुआ. बहरहाल एक कोरोना मरीज को अस्पतालों द्वारा एडमिट करने में आनाकानी करने की खबर से हर कोई हैरान-परेशान है. इससे शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहा है.
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