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उल्हासनगर: कोरोना पॉजिटिव मिली वृद्ध महिला, स्थिति नाजुक


70 से अधिक मरीजों का इलाज जारी, 3 मरीज हुए स्वस्थ

16 मई को फिर मिल सकती है खुशखबरी -डॉ. कोरानी


उल्हासनगर (नि.सं.)। बुधवार का दिन उल्हासनगर के लिए कोरोना संक्रमित मरीजों की दृष्टी से कुछ राहत भरा रहा, लगातार कुछ दिनों से लगातार मिल रहे पॉजिटिव मरीजों की खबरों ने शहरवासियों को बेचेन किया हुआ था. जबकि बुधवार को 1 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिला जिसे कैंप-4 स्थित कोविड-19 अस्पताल (सरकारी प्रसुति गृह) में भर्ती करवाया गया है, जहां उसका उपचार किया जा रहा है, परन्तु उसकी स्थिति नाजुक बतायी जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को उल्हासनगर कैंप-4 रहिवासी एक 67 वर्षीय वृद्ध महिला कोरोना पॉजिटिव पायी गयी, जिसका कैंप-3 के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही उसे आनन-फानन में कैंप-4 स्थित कोविड-19 अस्पताल में इलाज के लिए शिफ्ट किया गया. सूत्रों के अनुसार महिला को डायबिटीज है और अन्य हेल्थ से जुड़ी शिकायतें है, जिसके चलते उसकी स्थिति नाजुक है, बावजूद इसके उसे बचाने का हर संभव प्रयास डॉक्टरों की टीम कर रही है।
सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि उल्हासनगर में अब तक 70 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं जिनका इलाज चल रहा है। क्रिटीकेयर हॉस्पीटल के चीफ डॉक्टर प्रकाश कोरानी के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम उल्हासनगर मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख की देखरेख में काफी अच्छा कार्य कर रही है, जबकि पुलिस विभाग भी शहर को कोरोना मुक्त बनाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है. इस बीच डॉक्टरों के अलावा उमनपा आयुक्त और पुलिस प्रशासन ने लोगों से खुद को और शहर को कोरोना से बचाने के लिए लोकडाउन का पूरी ईमानदारी से पालन करने की एक बार फिर अपील की है। प्रशासन ने लोगों से कहा कि कोरोना संक्रमित होकर अपनी जान जोखिम में डालने और एक ही पलंग पर पड़े-पड़े इलाज करवाने से कहीं अच्छा है अपने परिवार के साथ अपने घर में हंसी-खुंशी कुछ दिन लोग बितायें।

3 मरीज डिस्चार्ज हुए

उल्हासनगर में कोरोना मरीजों की संख्या में पिछले कुछ दिनों से अचानक इजाफा होने से लोगों में खासी दहशत का माहौल निर्माण हो गया. हालांकि उल्हासनगर में कोरोना मरीजों का इलाज करने वाली डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ. प्रकाश कोरोना और उमनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने यह साफ कर दिया कि उल्हासनगर में कोरोना मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था की गयी है. लोगों को इससे घबराने की नहीं, बल्कि सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि कोरोना का अभी तक कोई सटीक इलाज नहीं मिल पाया है और दुनिया भर में करीबन 3 लाख लोगों को मौत की नीन्द सुला चुके इस घातक वायरस से बचाव का एकमात्र रास्ता है घर में रहकर लोकडाउन का पालन करना। बताते चलें कि बुधवार को कोरोना की जंग जितकर स्वस्थ हुए 3 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गयी जिसमें एक मरीज बदलापुर तो 2 मरीज उल्हासनगर के रहिवासी हैं।

शनिवार को मिलेगी खुश-खबरी

उल्हासनगर के लिए मंगलवार और शनिवार हमेशा ही भारी रहे हैं. इसकी तस्दीक एक बार फिर कल मंगलवार को तब हुई जब एक साथ 21 कोरोना मरीज मिले और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। हालांकि सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर उनका आनन-फानन में इलाज शुरू कर दिया गया और इस समय उनका इलाज चल रहा है। इस बीच डॉ. प्रकाश कोरानी ने कहा कि शनिवार 16 मई को एक बार फिर उल्हासनगर शहर को खुश खबरी मिली सकती है और सब कुछ सही रहा तो आधा दर्जन से अधिक कोरोना मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। इस बीच डॉक्टरों को 79 अन्य संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है, जिन्हें कोरोना होने का संदेह है।

ईएसआई अस्पताल में भी इलाज की व्यवस्था

कोरोना प्रभावित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मनपा प्रशासन ने अपनी तैयारियां बढ़ाते हुए कैंप-3 स्थित कामगार अस्पताल (ईएसआई) अस्पताल को भी कोविड-19 अस्पताल के रूप में इस्तेमाल की शुरूआत कर दी है. हालांकि डॉ. कोरानी के अनुसार इस अस्पताल में फिलहाल उन मरीजों को भेजा जा रहा है जो कोरोना से काफी हद तक स्वस्थ हो चुके हैं और जिन पर दवा के साथ निगरानी की आवश्यकता है। बुधवार को ऐसे 27 मरीजों को कामगार अस्पताल भेजा गया जो जल्द ही स्वस्थ होकर अपने घरों की ओर लौटेंगे।
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