उल्हासनगर में कोरोना का कहर हुआ तेज
उल्हासनगर (नि.सं.)। काफी लम्बे समय तक कोरोना मुक्त रहा उल्हासनगर में कोरोना अब कहर बनकर टूटने लगा है, 27 मरीजों का उल्हासनगर के कोविड-19 अस्पताल (कैंप-4) में पहले से ही इलाज चल रहा था कि शुक्रवार देर रात को 15 नये मरीजों के मिलने की खबर से शहर में हड़कंप मच गया और लोगों की नीन्द हरामद हो गयी. सोशल मीडिया में यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गयी और लोग खुद को असुरक्षित सा महसूस करने लगे। 15 नये मिले मरीजों का तुरंत ही इलाज शुरू कर दिया गया और उनकी स्थिति पर बारिकी से नजर रखने के साथ ही प्रशासन और पुलिस विभाग अब इन मरीजों के संपर्क में आये लोगों को क्वारंटाईन करने की दिशा में काम कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात करीबन 12 बजे उल्हासनगर में 15 नये कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद जहां प्रशासन सकते में आ गया वहीं डॉक्टरों की टीम ने इन मरीजों का इलाज शुरू कर दिया, इसके साथ ही मनपा प्रशासन और पुलिस विभाग ने इन 15 नये मरीजों के संपर्क में आये लोगों की पहचान शुरू कर दी है, ताकि उन लोगों को समय रहते कोरंटाईन कर कोरोना को उल्हासनगर में और अधिक फैलने से रोका जा सके। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात जो 15 नये कोरोना मरीज मिले हैं उनकें 9 कोरोना मरीज सम्राट अशोक नगर से हैं, जबकि 5 में चोपड़ा कोर्ट और शांतिनगर के मरीजों का समावेश है, जबकि 1 मरीज गोल मैदान परिसर से मिला है। सूत्रों के अनुसार उल्हासनगर में इन नये 15 मरीजों के मिलने के साथ ही कोरोना मरीजों का आंकड़ा 42 हो गयी है, इन मरीजों में से हालांकि 11 बदलापुर और 3 कल्याण और 13 उल्हासनगर के हैं, इन सभी 42 मरीजों का इलाज कैंप-4, मुख्य बाजार स्थित सरकारी प्रसुति गृह यानी कोविड-19 अस्पताल में इलाज चल रहा है।
उल्लेखनिय है कि कोरोना प्रभावित अब तक चार मरीज स्वस्थ हुए हैं तथा एक ८७ वर्षीय वृद्ध महिअ की मौत हो चुकी है। बताते चलें कि कैंप निवासी 19 मार्च को कोरोना की पहली मरीज शहर में पायी गई जो 26 मार्च को स्वस्थ होकर घर वापस आ गई वो अब तक ठीक है, उल्हासनगर-5 निवासी धारावी के क्लिनिक में कार्यरत युवक जिसे कोरोना हुआ था वो भी स्वस्थ होकर घर वापस आ गया है। उल्हासनगर-4 निवासी मुंबई के भाभा अस्पताल में कार्यरत कोरोना ग्रस्त नर्स भी ठीक होकर घर वापस आ गई है। साथ ही उल्हासनगर-4 मुंबई के येलोगेट पुलिस थाना में कार्यरत कोरोना ग्रस्त पुलिसकर्मी भी स्वस्थ होकर घर लौटा है। उपरोक्त चारों कोरोना मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। जबकि उल्हासनगर-3 फाल्वर लाईन, इमली पाड़ा परिसर निवासी एक 87 वर्षीय वृद्ध महिला की मौत हो चुकी है। गौरतलब हो कि उल्हासनगर-4 परिसर कोरोना का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है यहां सबसे अधिक 12 कोरोना के मरीज मिले हैं। कैम्प 4 संभाजी चौक निवासी पुलिस कर्मी के चार परिजनों का ईलाज अभी भी कोरोना अस्पताल में चल रहा है। साथ ही कैम्प 4 मराठा सेक्शन निवासी मुंबई के सायन में मेडिकल एजेंसी में कार्यरत युवक को कोरोना हुआ था उसके बाद उसके संपर्क में आए उनके परिजनों सहित 4 लोग कोरोना बाधित हो गए। उल्हासनगर-3 में फाल्वर लाईन में जिस वृद्ध महिला की मौत हुई उसका 60 वर्षीय पुत्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया. वहीं कैम्प 3 में ही शांतिनगर रोड, चोपड़ा ब्राह्मणपाड़ा में एक पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
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