- सुबह ५ बजे से ९ बजे तक सड़कों पर घूम रहे हैं लोग
- कहीं धारावी जैसा हाल न हो जाये
- प्रशासन को और सख्ती बरतने की जरुरत
उल्हासनगर, कोविड-19 के खिलाफ जंग को जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 दिनों के लिए लॉकडाउन को और बढ़ा दिया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि इस दौरान लॉकडाउन को और सख्ती से लागू कराया जाएगा. लेकिन उल्हासनगर में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. यह बेहद चौंकाने वाली बात है कि लॉकडाउन में सुबह ५ बजे से ९ बजे तक भारी संख्या में लोग सड़कों पर देखे जा सकते हैं. इस दरम्यान वे सामाजिक दूरी के नियम का पालन भी नहीं करते.यही नही, सुबह ५ बजे से ७ बजे तक तो लोग मॉर्निंग वॉक करते नज़र आ रहे है .९ बजे के बाद सभी लोग फिर अपने-अपने घरों में चले जाते हैं. दरअसल ९ बजे के बाद ही पुलिस और मनपा प्रशासन सड़क पर आती है और इसी बात को ध्यान में रखकर तमाशा देखने वाले घरों में घुस जाते हैं. इनके इस लापरवाही वाली सोच से से यही लगता है ऐसे लोगों को इस महामारी के प्रति कोई चिंता नहीं है. इन्हें शायद सड़कों पर जाकर तमाशा देखना अच्छा लगता है. हालांकि ऐसे लोग चालाक भी हैं और लाठी खाने के डर से फिर घरों में भी घुस जाते हैं. आशंका ये भी जताई जा रही है है कि इन चंद लोगों के चलते उल्हासनगर कहीं धारावी ना बन जाये. अब जरुरत प्रशासन को और सख्ती दिखाने की है तभी ऐसे लोग सुधरेंगे. बता दें कि शुरुआत से ही उल्हासनगर मनपा तथा पुलिस प्रशासन शहर में कोरोना को रोकने के लिए हर संभव उपाय योजना कर रही है. शायद यही वजह है कि उल्हासनगर में ये महामारी नहीं आई है. जबकि उल्हासनगर से सटे कल्याण-डोंबिवली और कल्याण, बदलापुर की हालत सभी को पता है. उल्हासनगर में कोरोना को हर हाल में रोकने को लेकर मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख, पुलिस उपायुक्त प्रमोद शेवाले अपने मातहत अधिकारियों के साथ दिन-रात यहां की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उल्हासनगर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पुलिस की टीम सड़कों पर मुस्तैद रहती है और सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देश का पालन करने की बार-बार हिदायत दी जा रही है.
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