मनपा ने तहस-नहस कर दी सब्जी मंडी
उल्हासनगर, कहावत है `हम नहीं सुधरेंगे' कुछ ऐसा ही नजारा उल्हासनगर समेत अन्य शहरों में इन दिनों दिख रहा है. दरअसल कोरोना महामारी के चलते देशभर में २१ दिन का लॉक डाउन है. इसके तहत अत्यावश्यक सेवा और दुकानों को छोड़ अन्य सभी दुकानें, बाजार बंद है. हालांकि सब्जी भी अत्यावश्यक सेवा में है इसलिए सब्जी बेची जा रहा है लेकिन लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. बता दें कि लॉक डाउन का उद्देश्य जो जहां हैं वहीं रहें ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. लेकिन उल्हासनगर की सब्ज़ी मंडी एक बड़े खतरे की वजह बन गई है. राज्यमें जारी लॉकडाउन के चौथे दिन उल्हासनगर २, खेमानी परिसर में बड़ी संख्या में लोग सब्ज़ियां लेने के लिए पहुंच गए और घबराहट या सामान जमा करने की आदत की वजह से कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखता नज़र नहीं आया. दरअसल लोगों को दूरी बनाकर खड़ा होना था लेकिन न तो दुकानदारों ने इसका ख्याल रखा न ग्राहकों ने. फिर क्या था आनन-फानन में पहुंचे मनपाकर्मियों ने सब्जी मंडी को तहस-नहस कर दिया. इस दरम्यान दर्जनों हाथगाड़ियाँ पलट कर सब्जी विक्रेताओं का नुकसान कर दिया. हो रही ज्यादतियां देशभर में २१ दिन का लॉक डाउन के बावजूद चंद लोग सड़कों पर निकल रहे हैं जिनपर पुलिस जमकर लाठियां भांज रही है. ऐसे वीडिओ लगातार सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं. कई लोग पुलिस की कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं तो कई इसे ज्यादतियां मान रहे हैं.इस संदर्ब में लोगो का कहना है कि पुलिस ये नहीं देख रही कि जो लोग सड़क पर उतरे हैं वे किस काम से जा रहे हैं. हो सकता है कोई उसमें अत्यावश्यक काम से जा रहा हो लेकिन कोई पूछताछ नहीं की जाती बस जमकर उनपर लाठियां बरसा दी जाती है. जो कि सरासर गलत है.
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