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संत मेहरवान सिंह दरबार से गरीबों की सेवा अनवरत जारी



संतो-महात्माओं की मानवसेवा को सलाम -राजू जग्यासी

उल्हासनगर (नि.सं.)। कोरोना वायरस से पूरा विश्व तबाही के नये-नये मंजर देख रहा है. इटली, स्पेन, अमेरिका जैसे कई देशों में मौत का तांड़व हो रहा है. इस महामारी से देश को महफूज रखने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने 21 दिनों तक देश में लोकडाउन घोषित किया है. ऐसे में सबसे बड़ा संकट उन मजदूर और गरीब तबके के लोगों पर टूटा है जो रोज कमाकर रोज अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण करते है। ऐसे लोगों की सहायता के लिए शहर की कई दरबारों, संतों-महात्माओं ने अपने द्वार खोल दिये हैं और बिना किसी जात-पात के भेदभाव से मानवसेवा की अनूठी मिसाल कायम की जा रही है. इस कड़ी में उल्हासनगर की प्रसि़द्ध धनगुरू नानक दरबार, डेरा संत बाबा थाहिरासिंह साहब (संत मेहरवान सिंह दरबार) द्वारा हर बार की तरह इस बार भी दरबार की ओर से गरीबों की सेवा की जा रही है जो कि इस दरबार की पुरानी परंपरा है।


उल्हासनगर मनपा में भाजपा नगरसेवक राजू जग्यासी ने दरबार के संत भाई साहब जसकिरत सिंह जी और भाई साहब त्रिलोचन सिंह जी के इन सेवा कार्यो की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि हर मुश्किल और संकट के समय दरबार साहब से मदद के हाथ गरीबों की सहायता के लिए बढ़ाये जाते हैं और यह सिलसिला लगातार जारी है। उल्लेखनिय है कि राजू जग्यासी और दरबार साहब के संयुक्त प्रयासों से गरीब व जरूरतमंद लोगों में भंडारा-प्रसादी बांटी जा रही है। श्री जग्यासी ने बताया कि भंडारा-प्रसादी का विस्तार करते हुए इसमें चावल-भाजी, दाल के साथ अब चपाती की भी व्यवस्था की जायेगी। श्री जग्यासी ने बताया कि गुरू नानक देव जी व संतो-महात्माओं के आशिर्वाद से दरबार साहब की ओर से जरूरतमंदों की सेवा भंडारे के रूप में जारी है, इसमें अब चपाती का भी समावेश होगा और स्थानिय परिसर के हर घर से 5-10 चपातियां तैयार कर दरबार साहब तक पहुंचायी जायेंगी जहां से उन्हें जरूरतमंद गरीब लोगों को विपतरित की जायेगी। श्री जग्यासी ने कहा कि धनगुरू नानक दरबार डेरा संत बाबा थाहिरिया सिंह दरबार साहब द्वारा लगातार लंगर प्रसाद की व्यवस्था जारी है और गुरू बाबा की अनुकंपा से आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने उल्हासनगर के सभी सामथ्र्यवान लोगों, दानवीरों, एनजीओ, समाजसेवकों से अपील करते हुए कहा कि उल्हासनगर में रोजाना तकरीबन एक लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था करने के लिये आप सभी का सहयोग भी प्रार्थनिय है, जिनको गुरू प्यारों को मानव सेवा के इस कार्य मे हिस्सा लेना हों वे मोबाइल नंबर 9320055100, अथवा 8788933103 पर संकर्प कर सकता है।
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