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भिवंडी में बेघर निवारा केंद्र बना बेसहारों का आसरा


न्यूज़ 1 -भिवंडी में बेघर निवारा केंद्र बना बेसहारों का आसरा
न्यूज़ 2 - भिवंडी पुलिस की मानवता: 150 आदिवासी परिवारों को दी गई खाद्यसामग्री

धनुषधारी

भिवंडी (नि.स.)। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के प्रतिबंधात्मक उपाय के लिये लॉकडाउन के तहत उद्योग धंधों के बंद होने के कारण भिवंडी के दीवानशाह स्थित आज़मीनगर के मानव विकास सेवा संस्था द्वारा संचालित बेघर निवारा केंद्र में बेसहारों के लिये आसरा का केंद्र बना हुआ है. जहां संस्था द्वारा 67 बेघर लोगों को आसरा देकर दोनों वक्त का भोजन एवं नाश्ता आदि दिया जा रहा है. इसी तरह मनपा के बेघर निवारा केंद्र में 93 लोगों को आसरा दिया गया है।
बतादें कि प्राकृतिक आपदा हो या कोई आर्थिक संकट. हर समय पीडि़तों की सेवा करने के लिये दीवानशाह स्थित आज़मी नगर के मानव विकास सामाजिक सेवा संस्था द्वारा संचालित बेघर निवारा केंद्र बेसहारों का आसरा बनता रहा है. संस्था द्वारा दिसंबर 2018 से बेसहारा लोगों को आसरा देकर उनकी मदद की जा रही है. मानव विकास सामाजिक सेवा संस्था के संस्थापक अध्यक्ष संजय कुलकर्णी के मार्गदर्शन में निरीक्षक ऐश मोहम्मद अंसारी द्वारा बेसहारा लोगों को आसरा देने का कार्य किया जा रहा है।

निरीक्षक ऐश मोहम्मद अंसारी ने बताया है कि इस समय बेघर निवारा केंद्र में कुल 67 लोग हैं, जिसमें 35 पुरुष एवं 32 महिलायें हैं. बेघर निवारा केंद्र में बेसहारा लोगों की संख्या घटती-बढ़ती रहती है. कभी-कभी ज्यादा लोग भी हो जाते है,  जिनके रहने,खाने,शौचालय,स्नान एवं दवा आदि की व्यवस्था की जाती है. उन्होंने बताया कि निवारा केंद्र में रहने वाले लोगों को दोनों समय भोजन एवं नाश्ता दिया जाता है. इस कार्य में महिलाओं की देखभाल करने के लिये एक महिला निरीक्षक भी कार्यरत है. इसी प्रकार निवारा केंद्र में रहने वालों ने बताया कि यहां पर सभी जाति धर्म के लोग रहते हैं. उन लोगों ने बताया कि यहां के निरीक्षक ऐश मोहम्मद अंसारी द्वारा हम लोगों को खाने पीने की अच्छी तरह व्यवस्था की गई है. भोजन में पौष्टिक आहार भी दिया जाता है और सोने के लिये गद्दा दिया गया है. निवारा केंद्र में साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है. हमारे घर में भी हमारी ऐसी व्यवस्थित सेवा नहीं होती थी. इनकी सेवाओं से हम लोग संतुष्ट हैं। इसी तरह मनपा द्वारा संचालित एसटी स्टैंड एवं अजमेर नगर स्थित बेघर निवारा केंद्र में भी 93 बेघर लोगों को रखा गया है. मनपा सूत्रों के अनुसार मजदूर बहुल्य शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते बंद हुये उद्योग धंधों के कारण एक भी स्थलांतरित मजदूर नहीं है।
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भिवंडी पुलिस की मानवता: 150 आदिवासी परिवारों को दी गई खाद्यसामग्री

भिवंडी (नि.स.)। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन होने के बाद से ही भिवंडी पुलिस स्थानीय समाजसेवकों की मदद से मजदूरों सहित जरूरत मंद लोगों की जीवनोपयोगी आवश्यकताओं को उपलब्ध कराने के लिये काम करना शुरू कर दिया था. पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे के निर्देश पर कोनगांव पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश काटकर के मार्गदर्शन में आदिवासी पाड़ा के 150 आदिवासी परिवारों को खाद्य सामग्री वितरित किया।
कोनगांव पुलिस को सूचना मिली थी कि दैनिक मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले आदिवासी पाड़ा में रहने वाले 150 आदिवासी परिवारों के सामने भुखमरी की समस्या उतपन्न हो गई है. लॉकडाउन होने के कारण यहां के आदिवासी परिवारों के पास पिछले तीन-चार दिनों से खाने के लिये अनाज का एक दाना भी नहीं है. 150 परिवारों के सामने भुखमरी की समस्या की जानकारी मिलते ही कोनगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश काटकर ने तत्काल डी.वाई.फाउंडेशन के संस्थापक दयानंद चोरघे से संपर्क करके आदिवासी पाड़ा के 150 परिवारों को खाद्य सामग्री देने का अनुरोध किया, जिसके बाद सहायक पुलिस आयुक्त नितिन कौसडीकर एवं डी.वाई.फाउंडेशन के संस्थापक दयानंद चोरघे द्वारा आदिवासी पाड़ा के 150 आदिवासी परिवारों को चावल,दाल,तेल एवं आंटा सहित अन्य खाद्य सामग्री वितरित किया गया. कोनगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश काटकर ने बताया कि इस दौरान आदिवासी परिवारों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सावधान रहने के लिये जागरूक किया गया।

पुलिस ने एक वृद्ध को पहुंचाया शेलटर हाउस
भिवंडी शहर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुभाष कोकाटे ने बताया कि धामनकर नाका स्थित हाथी साइजिंग के पास बस स्टॉप पर एक वृद्ध अचेतावस्था में पड़ा था, जिसके ऊपर भिवंडी शहर पुलिस स्टेशन के बीट मार्शल के पुलिस नाईक सचिन जगताप एवं मदन रामराजे की नजर पड़ते ही उन्होंने पूछताछ की. दोनों पुलिस कर्मियों ने केरल के रहने वाले गोपाल कृष्ण नायर (73) से जब भिवंडी में रहने की जगह पूछा तो उसने बताया कि उसका कोई ठिकाना नहीं है. उदर निर्वाह के लिये वह इधर-उधर भटकता रहता है। पुलिस ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिये उसे मनपा के बेघर निवारा केंद्र (शेलटर हाउस) में पहुंचा दिया. जहां उसे रहने के लिये जगह और खाने के भोजन मिल रहा है.


शांतिनगर पुलिस स्टेशन की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ममता डिसूजा के प्रयास से समाजसेवक हितेश मारु द्वारा नागांव स्थित अनमोल होटल चौक एवं गायत्रीनगर इलाके में 350 मजदूरों एवं गरीब परिवारों को खाने का पैकेट देकर उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये जागरूक किया गया।
इसी तरह भिवंडी के समस्त जैन मंडल द्वारा प्रतिदिन लगभग डेढ़ हजार खाने का पैकेट शहर के विभिन्न इलाकों में मजदूरों एवं जरूरत मंद लोगों को दिया जा रहा है. अशोक जैन ने बताया कि मंडल के कार्यकर्ताओं द्वारा तालुका के मीठपाड़ा स्थित पावरलूम कारखानों के सवा दो सौ मजदूरों को नियमित रूप से खाने का पैकेट पहुंचाया जा रहा है. इसी तरह जहां से भी उन्हें फोन से सूचना आती है. वहां खाने का पैकेट पहुंचाते हैं।

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